एक शिक्षिका ने एक विशेष प्रकार की गतिविधि से बच्चों पर ऐसा प्रभाव डाला है कि छोटे से गाँव के ज्यादातर मजदूर किसानों के बच्चे अपने बड़े बुजुर्गों के साथ सम्बन्धों का महत्त्व जान रहे हैं। ये बच्चे अपने मददगार व्यक्तियों के प्रति आभार जताने के नए तरीके सीख रहे हैं। साल में दो-तीन मौकों पर इस...
शिक्षा विमर्श मई-जून, 2016

Description:
शिक्षा विमर्श के मई-जून, 2016 अंक में । परिप्रेक्ष्य * मुझे मेरी आजादी चाहिए, रास्ते का नक्शा बताने की तकलीफ न करें : रोहित धनकर। शिक्षा का समाजशास्त्र * जातिवाद और शिक्षा : अमन मदान
। पुनर्चिंतन * शेखीबाज मक्खी नक्शे के जरिए कहानी की तहों में उतरने की एक कोशिश : रविकांत । लेख * बहुभाषिता पूरी पाठ्यचर्या के लिए महत्वपूर्ण है : रमाकांत अग्निहोत्री। बच्चों के लिए मौखिक कहानियों की परम्परा : प्रभात । श्रद्धांजलि * जॉन सिंह - दिगन्तर के फाउण्डर प्रेसिडेंट : रोहित धनकर। उम्मीदों के संरक्षक ‘जॉन’ नहीं रहे : रमेश थानवी,विनोद जोशी,धर्मेन्द्र कंवर, कमल एवं रविकांत।
कठिन समय का भरोसा – जॉन : रीना दास