एक शिक्षिका ने एक विशेष प्रकार की गतिविधि से बच्चों पर ऐसा प्रभाव डाला है कि छोटे से गाँव के ज्यादातर मजदूर किसानों के बच्चे अपने बड़े बुजुर्गों के साथ सम्बन्धों का महत्त्व जान रहे हैं। ये बच्चे अपने मददगार व्यक्तियों के प्रति आभार जताने के नए तरीके सीख रहे हैं। साल में दो-तीन मौकों पर इस...
शिक्षा विमर्श : जनवरी-फरवरी 2016

Description:
शिक्षा विमर्श के जनवरी-फरवरी, 2016 अंक में । शिक्षा का समाजशास्त्र * वर्गीय विषमता के सिद्धान्त व शिक्षा : अमन मदान । परिप्रेक्ष्य * नए दौर में स्कूली शिक्षिकाएँ – कुछ प्रारम्भिक विचार : नंदिनी मांजरेकर । साक्षात्कार * शिक्षा के उद्देश्य एवं मूल्य शिक्षा : शारदा जैन से विश्वंभर की बातचीत । अनुभव * एक स्कूल मैनेजर की डायरी के कुछ पन्ने–सत्ता,सियासत की तहें और स्कूली संगठन : फराह फ़ारूख़ी । बालसाहित्य समीक्षा * बच्चों के गुलज़ार : पल्लव । बहस * शोषण को वैधानिकता – एक उदाहरण : वीरेन्द्र सिंह रावत, फिरोज अहमद और मनोज चाहिल । अवलोकन * भाषा शिक्षण - सीखने के कुछ अवसर कुछ : अनुपमा तिवाड़ी