एक शिक्षिका ने एक विशेष प्रकार की गतिविधि से बच्चों पर ऐसा प्रभाव डाला है कि छोटे से गाँव के ज्यादातर मजदूर किसानों के बच्चे अपने बड़े बुजुर्गों के साथ सम्बन्धों का महत्त्व जान रहे हैं। ये बच्चे अपने मददगार व्यक्तियों के प्रति आभार जताने के नए तरीके सीख रहे हैं। साल में दो-तीन मौकों पर इस...
शिक्षा विमर्श के जुलाई-अगस्त,2016

शिक्षा विमर्श के जुलाई -अगस्त 2016 अंक में
सम्पादकीय * प्रमोद । साक्षात्कार * राजस्थान की नई पाठ्यपुस्तकें : वैचारिक दबाव या हड़बड़ाहट * अपूर्वानन्द से प्रमोद की बातचीत । हिन्दी * उसका नाम आज है : पहली कक्षा के बारे में कुछ नोट्स * हिमांशु पण्ड्या । राजस्थान की हिन्दी पाठ्यपुस्तकें : हठधर्मिता,पितृसत्ता व युद्धोन्मादी राष्ट्रवाद की पोषक * देवयानी भारद्वाज । गणित * गणितीयकरण में नाकाम नई पाठ्यपुस्तकें * रविकांत । सामाजिक विज्ञान * सामाजिक विज्ञान की नई पाठ्यपुस्तकें * कुमकुम रॉय । धर्मनिरपेक्षता पर प्रहार करतीं पाठ्यपुस्तकें * राजीव गुप्ता । विज्ञान * नई पाठ्यपुस्तकें : विज्ञान को लेकर एक जड़ नजरिया * सुशील जोशी । विज्ञान बनाम धर्मावरण व अज्ञान * दिलीप सिंह तंवर । पर्यावरण अध्ययन की पाठ्यपुस्तकें : राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के नजरिए से विश्लेषण * अम्बिका नाग । अँग्रेजी * आलोचनात्मक चिंतन में नाकाम पाठ्यपुस्तकें * निवेदिता विजय बेदादुर पुरानी बीमारियों से ग्रसित पाठ्यपुस्तकें * लतिका गुप्ता